विशिष्ठ बी.टी.सी शिक्षकों ने किया सेल्फी उपस्तिथी का किया विरोध...

रिपोर्ट---गोपाल सिंह 

 

बेसिक शिक्षा प्रणाली में आ रही शिकायतों की वजह हम शिक्षक नही हैं कोई भी शिक्षक अपने कर्तव्य में कोताही नही बरतता है ये कहना है एसोसिएशन की जिला अध्यक्ष रचना पांडेय का।उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षकों के लिए सेल्फी के माध्यम से अपनी उपस्तिथी दर्ज कराए जाने के सिस्टम का एसोसिएशन ने विरोध किया है।


 


 

एसोसिएशन का कहना है ये फैसला बेसिक शिक्षकों की निष्ठा पर संदेह करने जैसा है जो पूरी तरह गलत है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में एक विद्यालय ही ऐसी जगह है जहां आपको शिक्षक समय पर अपना काम करता मिलेगा जबकि बाकी सरकारी विभागों में कर्मचारियों का कोई अता पता ही नही रहता लेकिन सिर्फ बेसिक शिक्षकों के साथ ही ऐसा क्यों किया जा रहा है समझ मे नही आता लेकिन इतना ज़रूर है कि इस प्रक्रिया से शिक्षकों में काफी रोष है।

 


 

एसोसिएशन का कहना है कि सन 2000 से पूर्व प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षा प्रणाली काफी अच्छी थी जबकि उतने संसाधन मैजूद नही थे लेकिन उसके बाद कुछ माहौल ज़रूर बिगड़ा है जिसका ज़िम्मेदार बेसिक शिक्षकों को ठहराना कदापि उचित नही है एसोसिएशन का ये भी कहना है कि सेल्फी प्रक्रिया से उपस्तिथी दर्ज कराने के कई दुष्परमान भी सामने आ सकते हैं क्योंकि आज इंटरनेट का काफी गलत इस्तेमाल भी हो रहा है।एसोसिएशन ने ऐसी ही कई बातों से लबरेज़ एक ज्ञापन सरकार को भेजा है जिसमे इस प्रक्रिया को हटाने की बात कही गई है।और हवाला दिया गया है कि इस आदेश से शिक्षक आक्रोशित तो है ही साथ ही वो खुद में ग्लानि भी महसूस कर रहा है।