उन्नाव मामले में सरकारी रुख से महिलाओं में नाराज़गी???

रिपोर्ट---रज़िया बानो खान 


उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के लिए उन्नाव कांड एक ऐसा मामला है शायद उसको अगली बार की सत्ता के लिए नाको चने चबाने को मजबूर कर देगा। आज कल सोशल मीडिया और आम ज़िन्दगी में भी लोग इसी बात की चर्चा करते नज़र आते हैं के जो काम सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव मामले को लेकर किया वो प्रदेश सरकार क्यों नही कर पाई।



 


सोशल मीडिया पर तो एक लड़की का ऐसा बयान आया जिसने सबको सकते में डाल दिया और सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए।उसने कहा कि भाजपा सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा तो खूब ज़ोर से लगाती है लेकिन जब उसके ही पार्टी के लोग किसी की बेटी के साथ बुरा करते हैं तो ये उसी का साथ देती नज़र आती है।उसने कहा कि उन्नाव मामले पर पीएम और सीएम उत्तर प्रदेश क्यों नही बयान दे रहे हैं कि उसको इंसाफ मिलेगा और क्यों भाजपा ने अपने विधायक पर इतनी मेहरबानी दिखाई उसका कहना था कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अभी तक खामोश क्यों है क्यों नही उन्होंने पीड़िता का हाल चाल जाना क्यों नही उसको इंसाफ दिलाने की मुहिम छेड़ी।

 


 

उस लड़की ने तो यहां तक कह दिया कि इतना कुछ बोलने के बाद उसे ये भी डर है कि कहीं उसकी आवाज़ भी खामोश ना कर दी जाए जैसी कोशिश उन्नाव पीड़िता के साथ की गई है उसने उन्नाव पीड़िता के जज़्बे को सलाम किया।ये इंटरवयू देखने के बाद हमे भी लगा कि आज देश गुस्से में है उन्नाव मामला सिर्फ उत्तर प्रदेश तक सीमित नही रहा इस कांड के हर खतरनाक पहलू पर पूरे देश की नज़र है और इसपर सरकारी रुख से सभी आहत भी है वाकई अगर न्यायालय ना होता तो इस मामले में भी शायद न्याय ना हो पाता।