रिपोर्ट---गोपाल सिंह
उन्नाव बलात्कार केस में अभी तक धृतराष्ट्र बनी यूपी सरकार पर अब सुप्रीम कोर्ट को भी भरोसा नही रहा यही कारण है कि अब उन्नाव पीड़िता का कोई भी केस यूपी में नही लड़ा जाएगा सभी केस दिल्ली ट्रांसफर होंगे।इसी मामले को संज्ञान में लेते हुए आज कोर्ट ने सीबीआई को भी आदेश दिया कि इस पूरे मामले को 45 दिन के भीतर सुलझा लिया जाए साथ ही 7 दिन के अंदर रायबरेली में हुई दुर्घटना का भी पर्दा फाश किया जाए।
सुप्रीम कोर्ट के इस सख्त रुख को देखते हुए आज भाजपा ने भी कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया लेकिन सवाल यही है कि अभी तक भाजपा ने उन्हें गोद क्यों लिया हुआ था जबकि उन्नाव कांड की पीड़िता लगातार उनके खिलाफ शिकायतें कर रही थी।लगता है कि अब ज़िन्दगी और मौत के बीच जंग लड़ रही उन्नाव की बालात्कार पीड़िता को न्याय ज़रूर मिलेगा। सभी उसकी सलामती की दुआ भी कर रहे हैं क्योंकि इंसाफ की आवाज़ उठाने वाली उस लड़की को बीते एक साल में इंसाफ तो नही मिला जबकि उसके अपने एक एक करके उसकी जिंदगी से साजिश के तहत दूर होते गए और तो और आखिर में वो खुद एक घिनौनी साजिश का शिकार होकर मौत से लड़ रही है।
आज जो आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया यही काम यूपी सरकार भी कर सकती थी अगर करती तो उसकी मंशा पर कोई सवाल नही खड़ा होता लेकिन इस पूरे मामले को लेकर उसका सुस्त रवैया अपने आप मे कई संकेत देने के लिए काफी है कि वो किसकी हिमायती बनकर रही और किसको न्याय का भरोसा दिलाती रही।
आपको बता दें कि उन्नाव केस में सुप्रीम कोर्ट का क्या है फैसला।
1- सभी 5 केस दिल्ली ट्रांसफर किए गए।
2-सुप्रीम कोर्ट ने केस ट्रांसफर के आदेश दिए।
3-सड़क हादसे की जांच 7 दिन में पूरी करें।
4-सीबीआई को 7 दिन में जांच करने के आदेश।
5-सुप्रीम कोर्ट ने डे टू डे सुनवाई के आदेश दिए।
6-उन्नाव केस की अब रोजाना सुनवाई होगी।
7-45 दिन में ट्रायल पूरा करने के आदेश।
8-पीड़िता और गवाह को सुरक्षा के आदेश।
9-लोवर कोर्ट 45 दिन में सुनवाई पूरी करे।
10-पीड़िता को 25 लाख का मुआवजा दें।
11-यूपी सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया।
12-मां-भाई-बहन सभी को सुरक्षा दी जाए।
13-सीआरपीएफ को सुप्रीम कोर्ट का आदेश।
14-पीड़ित परिवार की सुरक्षा सीआरपीएफ करेगी।
15-सरकार कल ही मुआवजा राशि दे।