सोनभद्र पहुंचीं प्रियंका, भाजपा ने बताया मीडिया में बने रहने का स्टंट...
रिपोर्ट---रज़िया बानो खान

 


 

सोनभद्र, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मंगलवार को सोनभद्र के दौरे पर हैं। प्रियंका वाराणसी से कार के जरिए घोरावल तहसील केउभ्भा गांव पहुंची हैं।वे यहां जमीनी विवाद में हुए नरसंहार के पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर रही हैं। प्रियंका यहां दूसरी बार आई हैं। इससे पहले भी उन्होंने19 जुलाई को पीड़ित परिजनों से मुलाकात की थी और 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी थी। प्रियंका के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पीड़ितों से मुलाकात की थी। प्रियंका ने दोबारा उभ्भा गांव के दौरे से एक बार फिर इस प्रकरण पर राजनीति तूल पकड़ने का अंदेशा जताया जा रहा है।

 


 

डिप्टी सीएम ने कहा है कि प्रियंका कर रहीं स्टंट।उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने प्रियंका के दौरे पर हमला बोला है। शर्मा ने कहा कि, प्रियंका गांधी वाड्रा को पछतावे की भावना के साथ सोनभद्र का दौरा करना चाहिए, क्योंकि यह घटना एक तरह से सत्तारूढ़ कांग्रेस नेताओं द्वारा किए गए भूमि अधिग्रहण से जुड़ी है, लेकिन मुझे लगता है कि वह मीडिया ट्रायल का हिस्सा बन रही हैं। उनका यह दौरा राजनीतिक स्टंट है।

 


 

उभ्भा में एक घंटे रहेंगी प्रियंका

प्रियंका मंगलवार सुबह दिल्ली एयरपोर्ट से विमान से वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचेंगी। यहां से कार के जरिए प्रियंका सोनभद्र जिले के घोरावल तहसील के उभ्भा गांव पहुंचेंगी। यहां दोपहर में पीड़ितों के साथ गांव में बैठक करेंगी। एक घंटे रहने के बाद प्रियंका गांधी वाराणसी रवाना होंगी। वाराणसी में प्रियंका तीन घंटे रहेंगी। देर शाम प्रियंका वाराणसी से सीधे दिल्ली चली जाएंगी।

 

 *आपको बता दें कि यहां जमीनी विवाद में 10 लोगों की हत्या हुई थी।* 

 

17 जुलाई को सोनभद्र जिले के घोरावल तहसील के उभ्भा गांव में प्रधान यज्ञदत्त भूर्तिया और उसके समर्थकों ने आदिवासियों की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया था। विरोध करने पर 10 आदिवासियों को मार दिया गया। यह मामला घोरवाल जिले में यह 90 बीघा विवादित जमीन का था। इसके बाद 19 जुलाई को प्रियंका गांधी सड़क मार्ग से सोनभद्र जा रही थीं। लेकिन उन्हें मिर्जापुर में रोक लिया गया था।

 


 

कहा गया कि, सोनभद्र में धारा 144 लागू है। ऐसे में राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के आने पर प्रतिबंध है। प्रियंका सोनभद्र जाकर लोगों से मिलना चाहती थीं, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने उन्हें मिर्जापुर के नारायणपुर गांव में ही रोक लिया था। बाद में प्रियंका को चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया। यहां 24 घंटे के बाद प्रशासन ने सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से प्रियंका की मुलाकात कराई गई थी। 26 घंटे के बाद प्रियंका ने धरना खत्म किया था। प्रियंका ने कहा था कि, इनके साथ घोर अन्याय हुआ है और हम इस घड़ी में उनके साथ हैं और उनकी लड़ाई लड़ेंगे।

 


 

बीते दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने हत्याकांड की जांच रिपोर्ट आने के बाद डीएम व एसपी को हटा दिया था। इसके अलावा नौ गजेटेड व सात नॉन गजेटेड अधिकारियों पर भी कार्रवाई की थी। इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है, जो अपनी रिपोर्ट तीन माह में सीएम को सौंपेगी। सीएम ने कहा था कि, इस कांड के लिए कांग्रेस सरकार की जिम्मेदार है, क्योंकि उन्हीं के सरकार में जमीनों को सोसाइटी के नाम दर्ज किया गया था।

 


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