पूर्व मंत्री जी भागे भागे एजेंसियां आगे आगे...
रिपोर्ट---रज़िया बानो खान 

 

पूर्व वित्त मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चितम्बरम पर सीबीआई और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का शिकंजा कस चुका है उन पर भ्रहटाचार के कई मामले दर्ज किए जा चुके हैं यूपीए शासनकाल का जिन्न जब निकल कर आया तो चितम्बरम साहब फरार हो गए कोर्ट में याचिका भी डाली पर उसपर भी सुनवाई ना हो पाई अब उनकी गिरफ्तारी तय है पर कब ये तय नही क्योंकि मंत्री जी फरार हैं फोन बंद है।

 



 

आपको बता दे के बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट के जज सुनील गौड़ ने आईएनएक्स मीडिया केस में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम  को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया है। इसके बाद पी चिदंबरम की गिरफ्तारी हो सकती है. सीबीआई वर्ष 2006 के एयरसेल-मैक्सिम समझौते में एफआईपीबी मंजूरी देने में कथित अनियमितता की भी जांच कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी इस संबंध में धन शोधन के मामले की जांच कर रहा है। इस केस में पिछले साल पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को गिरफ्तार किया गया था। वे  23 दिनों तक हिरासत में रहे थे। चिदंबरम पर हवाई जहाज की खरीद और एयरसेल के मामले में अलग-अलग केस हैं।

 


 

जांच एजेंसियों का दावा है कि सन 2007 में जब चिदंबरम वित्त मंत्री थे तब उन्होंने पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी की कंपनी आईएनएक्स मीडिया  को मंज़ूरी दिलाई।इसके बाद इस कंपनी में कथित रूप से 305 करोड़ का विदेशी निवेश आया। अनुमति मिली थी मात्र पांच करोड़ के निवेश की, लेकिन आईएनएक्स मीडिया में 300 करोड़ से अधिक का निवेश हुआ. कथित रूप से खुद को बचाने के लिए आईएनएक्स मीडिया ने कार्ति चिदंबरम के साथ साज़िश की और सरकारी अफसरों को प्रभावित करने का प्रयास किया। दावा किया गया है कि चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने रिश्वत ली थी।