नही रही पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज!!!
रिपोर्ट---रज़िया बानो खान 

 


 

भाजपा की एक ऐसी महिला राजनैतिक शक्सियस्त जिसके बोलने मात्र से विपक्ष के हाथ पैर फूल जाते थे वो सुषमा स्वराज आज हमारे बीच नही रही।मंगलवार के दिन जब देश कश्मीर से 370 हटने की खुशी मना रहा था और भाजपा लोकसभा में बिल पास कराने की जदोजहद में लगी थी उस वक़्त सुषमा स्वराज भी टेलीविज़न के ज़रिए सामाचार पर टकटकी लगाए हुए थी और बिल पास होने के बाद उनका जो ट्वीट आया वो ये बताने के लिए काफी था कि बीमारी से जंग जीतने के बाद उनको किस बात का इंतज़ार था।

 


 

सुषमा स्वराज ने लिखा कि मोदी जी को बहुत बहुत धन्यवाद क्योंकि मैं इस दिन को अपने जीवनकाल में देखना चाहती थी।इस ट्वीट के महज़ तीन घण्टे बाद इस खबर ने सबको चोंका दिया कि सुषमा स्वराज को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत बेहद नाजुक बनी है लेकिन सेहत नाज़ुक बनी हुई है वाली खबर ज़्यादा देर नही चल पाई और लगभग ढाई घण्टे बाद ये दुखद खबर बाहर आई के सुषमा स्वराज अब हमारे बीच नही रही।

 


 

महज़ 25 साल की उम्र में मंत्री का दर्जा और इंदिरा गांधी के बाद पहली विदेश मंत्री बनने का सफर ये दर्शाने के लिए काफी है के वो कितनी शसक्त महिला नेत्री थी 2016 में किडनी ट्रांसप्लांट के बाद भी वो राजनीति में सक्रिय रही लेकिन 2019 में चुनाव ना लड़ने और कोई भी मंत्री पद ना लेने के उनके फैसले ने सबको चौका दिया था लोग समझने लगे थे कि शायद वो भाजपा नेतृत्व से नाराज़ हैं पर किसी ने ये नही सोचा होगा कि वो उनके अंतरात्मा का फैसला था जो सही था शायद वो जानती थी कि वो अपना कार्यकाल पूरा ही नही कर पाएंगी।

 


 

आज देश ग़मज़दा है सुषमा ऐसा व्यक्तित्व शायद ही भविष्य में देश को मिलेगा एक मजबूत नेता और निर्मल ह्रदय वाली नेत्री को आज देश ने खो दिया है प्रधानमंत्री मोदी ने सुषमा स्वराज के निधन पर ट्वीट कर कहा कि ये उनकी व्यक्तिगत हानि है जिसे वो भुला नही सकते।वही कांग्रेस पार्टी ने भी उनके निधन पर गहरा दुख जताया है।एम्स में भाजपा नेताओं के साथ साथ अन्य दलों के नेताओ के आने का सिलसिला जारी है सभी इस खबर से आहत है लेकिन सच्चाई यही है 1952 से 2019 तक का सुषमा स्वराज की ज़िंदगी का सफर इतिहास के पन्नो में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।