माया की राहुल को नसीहत, सत्ता पक्ष को ना दें मौका...

रिपोर्ट---रज़िया बानो खान 

 



 

कहने को बसपा भले विपक्ष की एक पार्टी हो लेकिन उसका स्टैंड हर बार सत्ता धारी पक्ष के साथ ही रहता है अब कश्मीर पर 370 को लेकर सत्ता पक्ष के रुख के बाद की राजनीती पर ही गौर कर लीजिए जहाँ सारा विपक्ष इस मसले को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ जा खड़ा हुआ वही बसपा ने इस मामले में केंद्र सरकार का पूरा साथ दिया और तो और विपक्ष के जम्मू कश्मीर दौरे पर भी बसपा साथ नही गई और अपना पक्ष भी साफ कर दिया कि वो विपक्ष के साथ इस मुद्दे पर अलग क्यों है।

 


 

बसपा सुप्रीमो ने एक ट्वीट कर अपना बयान जारी किया है जिसमे उन्होंने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों को ये नसीहत दी है कि वो कोई ऐसा काम ना करें जिससे केंद्र सरकार को मौका मिले उन्होंने कहा कि विपक्ष को कश्मीर जाने से पहले इस पर गहनता से विचार करना चाहिए था उन्होंने खुद ये माना कि अभी कश्मीर में हालात सामान्य होने में वक़्त लगेगा उनका ये भी कहना था कि बाबा भीमराव अंबेडकर भी 370 के पक्ष में कभी नही रहे इसलिए वो इस मसले पर सरकार के समर्थन में खड़ी हैं।

 


 

मायावती ने यहां एक बार फिर विपक्ष में रहते हुए भी विपक्ष को करारा जवाब दिया है और कही ना कहीं भाजपा सरकार की नीतियों का समर्थन भी किया है इसका कही ये मतलब तो नही के बसपा भाजपा के साथ आना चाहती है वैसे भी कई पार्टियों के नेता और पदाधिकारी थोक के भाव मे भाजपा में शामिल हो रहे हैं तो ये कयास लगाना भी गलत नही होगा कि आने वाले समय मे बसपा भाजपा का संयुक्त राजनीतिक समीकरण ज़रूर देखने को मिलेगा।