जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का संकल्प विपक्षियों में बौखलाहट...

रिपोर्ट---दीपक ठाकुर 

 



 

केंद्र की भाजपा सरकार ने कश्मीर को लेकर जो बयान दिया था आज उसे पूरा करने का अपना इरादा स्पष्ट कर दिया है या यूं कहें कि आज वो वादा निभा दिया गया है।कश्मीर में वर्षो से छाए आतंक के काले बादल अब छटने शुरू हो जाएंगे क्योंकि गृह मंत्री अमित शाह ने आज संसद के दोनों सदनों में कश्मीर को लेकर किये गए सरकारी संकल्प का बिगुल फूंक दिया है।

 


 

काश्मीर में पिछले दो दिन से जिस तरह के हालात बने थे उसे देख कर कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार कुछ ऐसा होगा जो इतिहास में दर्ज होगा इसको लेकर उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती खुद तो डरे थे ही साथ ही वहां की जनता को भी बरगलाने का काम कर रहे थे जिसके लिए उन्हें बीती रात से नज़रबन्द कर दिया गया था ताकि कश्मीर में शांति व्यवस्था बनी रहे।उसके बाद सोमवार को 11 बजे सुबह जो हुआ उसने ना सिर्फ कयासों को विराम लगाया बल्कि विपक्षियों के पैरों तले जमीन भी हिला दी।

 


 

सोमवार की सुबह सरकार की मीटिंगों का दौर चला उसके बाद अमित शाह ने सदन में आ कर कहा कि कश्मीर में धारा 370 के अनुछेद एक को छोड़ कर बाकी सभी अनुछेद समाप्त करने का आज संकल्प लिया जाता है अब राष्ट्रपति की मुहर के बाद इसपर बिल लाने की तैयारी की जाएगी लेकिन इस घोषणा के बाद ही विपक्षियों ने जमकर बवाल काटा किसी ने अमित साह को अपनी बात रखने का मौका भी नही दिया फिर भी अमित शाह ने अपना पूरा पक्ष सदन में उपस्थित लोगों को सुनाया उसके बाद तो सदन में सिवाए शोर के कुछ नही बचा।

 


 

इसको सुनने के बाद कांग्रेस और पीडीपी ने सरकार की खूब आलोचना की पीडीपी नेता ने तो अपना कुर्ता तक फाड़ लिया अब समझ मे ये नही आता कि काश्मीर को भारत  अंग बताने वाले ये नेता काहे नाराज़ हैं क्या उन्हें देश की आवाज़ सुनाई नही दे रही है जो काश्मीर में भी तिरंगा देखना चाहती है हद है ऐसे नेताओं की जो देश की भावना नही समझते और उन्ही की राजनीति करने का दावा करते हैं।