बैंको द्वारा दो दिवसीय अंचल स्तरीय विचार विमर्श एवम चिंतन बैठक का आयोजन...
रिपोर्ट---दीपक ठाकुर    

 


 


भारत सरकार ने जिस तरह बैंक के हाथ मे देश की तरक्की की डोर दी है उससे बैंको का भी ये दायित्व हो गया है कि वो अपने काम काज में और तकनीक में और भी तीखापन लाये साथ ही लोगों से अच्छी तरह जुड़े और सरकार की लोन सम्बन्धी सेवाओ को जन जन तक पहुंचाए ये कहना है बैंक ऑफ़ महाराष्ट्रा के डिप्टी जनरल मैनेजर ए पी जैसवाल का वही आंध्रा बैंक के डिप्टी मैनेजर जी शंकरलाल ने भी ग्रपनी शाखा के लोगो से बैठक में कई बिन्दुओ पर विचार विमार्श किये।दो दिनों तक चलने वाला ये सम्मलेन सभी बैंको की प्रमुख शाखाओ में आयोजित किया गया है। जिसमे केन्द्र सरकार द्वारा दिये गये 16 प्रमुख विषयों पर इन समस्याओं के समाधान के लिए चिंतन बैठक रखी गई है।

 


 

इस बैठक में क्रेडिट इफ्रास्ट्रक्चर, स्वच्छ भारत अभियान से लेकर ग्रामीण बैंको में दी जा रही सुविधाओं सहित 16 बिंदुओं पर चिंतन किया जाएगा ताकि देश के ग्रमीण क्षेत्रो में भी सरकारी योजनाओं को अच्छी तरह से बताया जा सके साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में सरकार का साथ दिया जा सके।हम सब जानते है कि भारतीय अर्थ व्यवस्था में बैंक की बहुत अहम भूमिका रहती है लेकिन कई बार बैंक की लापरवाही ही सरकारी योजना को फ्लॉप कर देश की अर्थव्यवस्था को पीछे धकेल देती है। इन्ही सब बातों को लेकर देश भर के सभी बैंको ने सरकार की गाईड लाइन पर ये जो पहल की है वो काफी सराहनीय है।