स्वछता अभियान का पलीता निकाल दिया ज़रा सी बरसात ने...
खास रिपोर्ट---रज़िया बानो खान

 


 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना स्वक्छ भारत हो अपना इसी सपने को साकार करने के लिए उन्होंने गांधी जयंती के मौके पर स्वच्छता अभियान चलाया इतना ही नही खुद हाथो में झाड़ू थाम कर लोगों तक संदेश पहुंचाया के साफ सफाई कितनी ज़रूरी है मगर अफसोस उनका सरकारी तंत्र ही उनके सपने को साकार नही होने देना चाहता ऐसा हम ही नही वो तस्वीरे भी चीख चीख कर कह रही हैं कि यहां कभी सफाई हुई ही नही बल्कि गंदगी को छिपाने का काम हुआ था जो पहली बारिश में गवाही देने खुद आया है।

 


 

हम अपने शहर लखनऊ की ही बात करते हैं लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी है और उत्तर प्रदेश में योगी सरकार है पर अफसोस यहाँ गंदगी का साम्राज्य है।हमारे पास यहाँ के विभिन्न क्षेत्रों से जो खबरे आ रही है वो यही बता रही है कि यहाँ नगर निगम पूरी तरह फेल है।ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि बारिश में पानी ही पानी हर सड़क गली मोहल्ले की शोभा बढ़ाते नज़र आता है जो साथ मे गंदगी का अंबार लेकर आता है पानी तो कुछ घण्टो बाद बह जाता है पर गंदगी का ढेर लोगो को नासूर बन कर सताता है क्योंकि उनको पता है के नगर निगम अपने काम के प्रति लापरवाह है तो कूड़े का ढेर या तो खुद हटाना पड़ेगा और या अपने आप ही बहता हुआ फिर नाले की शोभा बढायेगा।

 


 

ये सारे नज़ारे देख कर लगता ही नही के हमारे देश के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने की ज़रा भी ज़हमत उनके विभाग वालो ने उठाई है।यहां हर फोटो खिंचवाते समय तो लोग झाड़ू पसंद करते हैं पर समय निकलने के बाद खुद तो दूर अपने विभागीय तंत्र को भी इससे दूर रखते हैं शिकायत की जाती है पर कोई नही आता लोग अपने खर्चे पर स्वीपर लगवाते हैं और सफाई करवाते हैं लेकिन सिस्टम इतना खराब है कि पूछिये मत क्योंकि ना यहां कूड़ा रखने की उचित जगह है और ना ही इसको उठवाने के लिए कर्मठ कर्मचारी नतीजा हर बारिश में हम सबके सामने आता है जो स्वक्षता मिशन को जी भर के मुह चिढाता है।