समाजवादी पार्टी महिला कमेटी की तीन सदस्यीय टीम ने जाना उन्नाव कांड की पीड़िता का दर्द...
रिपोर्ट---रज़िया बानो खान

 



 

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय  श्री अखिलेश यादव जी ने सपा  महिलाओं  की एक  तीन सदस्य  कमेटी  जिसमें डाक्टर मधू गुप्ता,श्रीमती  नाहिद लारी खान व श्रीमती जूही सिंह को उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता,उनके वकील  व उनके परिवारजन जो कल रायबरेली में ट्रक द्वारा एकसिडेंट में गंभीर रूप से घायल हैं तथा लखनऊ मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर के आईसीयू वार्ड में भर्ती हैं, को देखने व  उनका उपचार सही प्रकार से हो रहा है कि नहीं की जानकारी करने के लिए आज भेजा।


 

उपरोक्त सपा की तीन सदस्य  महिला कमेटी आज दिन में ट्रामा सेंटर के आईसीयू पहुंच कर दुष्कर्म  पीड़िता तथा उनके वकील व उनके परिजनों से मिलने के लिए ट्रामा सेंटर पहुंची ।मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में पीड़िता व उनके वकील की स्थिति बहुत नाज़ुक है सर में तथा पूरे शरीर में गंभीर चोटें  हैं,उपचार सुचारू रूप से नहीं हो रहा है, परिवार के लोगों ने बड़े दुख के साथ बताया कि अभी तक उपचार में उन लोगों के लगभग 16000 रूपये खर्च हो चुके हैं ,बहुत सीनियर डाक्टर भी देखने कम आ रहे हैं, पीड़िता की माँ रो रो कर कह रही थी कि अखिलेश जी से कहिये की पीड़िता को कहीं अन्य जगह भिजवा दें यहाँ इलाज सही नहीं हो रहा है, एकसिडेंट जानबूझकर कराया गया है, दुष्कर्मी भाजपा के विधायक कुलदीप सेंगर  ने जेल से बैठे बैठे सबको जान से मारने की दृष्टि से इस एकसिडेंट को कराया है, एक हमारी देवरानी जो सी. बी.आई केस में गवाह थी तथा एक मेरी बहन की भी मृत्यु हो गई है ,जबतक मेरा देवर जिसे फर्जी केस में फंसाया है  रायबरेली जेल से नहीं छूटेगा, हम अंतिम संस्कार नहीं करेंगे । 

 


 

सपा की महिला कमेटी को परिवार की तमाम ये बातें सुनकर बहुत गहरा दुख लगा तथा वहां उपस्थित डाक्टरों को कहा कि इन लोगों के इलाज में कोई कोताही नहीं की जाए अन्यथा जिम्मेदारी मेडिकल कॉलेज व सरकार की होगी ।सपा की इस महिला कमेटी की सदस्य डाक्टर मधू गुप्ता, श्रीमती नाहिद लारी खान व श्रीमती जूही सिंह उत्तर प्रदेश की आज महिला राज्यपाल  माननीय आनंदी बेन पटेल जी को ये बताना चाहती है कयोंकि वो भी एक महिला हैं, दुष्कर्म पीड़िता भी महिला हैं तथा हम तीनों सदस्य भी महिला हैं, उत्तर प्रदेश में बच्चियों और महिलाओं की जानों माल सुरक्षित नहीं है, माननीय उच्चतम न्यायालय ने देश में हो रहे बच्चियों के साथ दुष्कर्म पर अपनी नाराजगी जाहिर की है तथा इस संबंध में कुछ महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए हैं,माननीय न्यायालय के सामने ये भी प्रकाश में आया कि बच्चियों के यौन उत्पीड़न की घटनाएं सर्वाधिक उत्तर प्रदेश में हैं पिछले छ महीने में 3457 बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामलों हुए हैं (30 जून 2019 तक) कोर्ट न होने के कारण ट्रायल नहीं हो पा रहा है ।

 


 

माननीय उच्चतम न्यायालय चाहती है कि छ महीने से एक साल के अंदर दुष्कर्म के केस डिसपोजल हो जिससे की दुशकर्मीयों को सज़ा मिले और दूसरे लोग ये दुष्कर्म करने का साहस न करें ।प्रदेश में अनेकों  दुष्कर्म  पीड़ित महिलाओं व बच्चियों ने सुनवाई न होने के कारण आत्महत्या कर ली तथा छेड़छाड़ से तंग आकर अनेकों बच्चियों ने स्कूल जाना भी छोड़ दिया है ।महामहिम जी आप एक महिला हैं आप देखें कि उत्तर प्रदेश की सरकार के असंवेदनशील होने के कारण महिलाओं की कितनी दुर्दशा हो रही है , सपा की इस तीन सदस्य महिला कमेटी का सपषट ये मत है कि उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता का रायबरेली में एकसिडेंट क्या इसलिए कराया गया है कि जो उत्तर प्रदेश में 3457 बच्चियों के  साथ दुष्कर्म के केस दर्ज हैं उनको तथा उनके परिजनों व वकीलों को  ये मेसेज दिया जा रहा है कि केस छोड़ो अन्यथा सबकी यही दुर्दशा होगी , प्रदेश की दुष्कर्म पीड़िताओं के अंदर भय पैदा किया जा रहा है।

 


 

महामहिम जी आप स्वयं मुख्यमंत्री तथा राज्यपाल भी रही हैं, महिला भी हैं आप ,क्या इतनी महिलाओं के साथ  दुराचार की घटनाएं आपके राज में हुई हैं , निश्चित रूप से नहीं । प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज़ नहीं है, कोई अधिकारी मुख्यमंत्री  की नहीं सुनता है, प्रदेश में जंगल व गुंडा राज है ।भाजपा के विधायक कुलदीप सेंगर जैसे बहुत से भाजपा के नेता हैं जिनके खिलाफ रेप के केस दर्ज हैं, महामहिम जी किसी भी दल का कोई रेपिस्ट  हो उसको बचाने का प्रयास नहीं होना चाहिये जैसे भाजपा अपने लोगों को बचा रही है तभी तो प्रदेश में महिलाओं के प्रति अत्यचार बढ़ रहा है ।महामहिम जी उपरोक्त जिन बातों को हमने उजागर किया है उस पर कार्यवाही सुनिष्चित करने की महान कृपा करें तथा अविलंब उन्नाव की रेप पीड़िता व उनके वकील का उचित  इलाज  लखनऊ में अन्यथा बाहर बड़े अस्पताल व डाक्टर द्वारा कराई जाए और उसका सारा खर्चा सरकार वहन करे तथा पीड़िता की माँ की मांग की पीड़िता के चाचा को रायबरेली जेल से जमानत पर रिहा कराने की सरकार वयवस्था करे जिससे की वो अपनी पत्नि व परिवार की दूसरी महिला के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकें , किसी भी  घटना के बाद एक संवेदनशील सरकार की यही जिम्मेदारी होती है कि तत्काल हर संभव मदद पीड़ित की हो जो इस समय ट्रामा सेंटर में भर्ती उन्नाव रेप पीड़िता व उनके वकील व परिजनों के साथ नहीं हो रहा है। 

 


 

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की हम तीनों महिलाएं केवल पीड़िता व महिलाओं को न्याय दिलाने की बात महामहिम राज्यपाल महोदया आपके समक्ष रख रहे  हैं ,इसमें किसी प्रकार की कोई राजनीति नहीं है,देश के वरिष्ठ नेता एवं  समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी एसे मुद्दों पर हमेशा संवेदनशील रहे हैं विशेषकर महिलाओं व बच्चियों  के साथ दुष्कर्म के  मुद्दों को लेकर तभी तो आज दिल्ली में लोकसभा का सत्र चल रहा है और वहां से मैसेज दिया कि हम तीन सदस्य महिला कमेटी ट्रामा सेंटर जाएँ और पीड़िता व वकील व उनके परिजनों  का हाल चाल लेकर आज नवनियुक्त महिला राज्यपाल जी तक कार्यवाही हेतु  बात पहुंचाएं ।