एक बार फिर बहार आया अवार्ड वापसी का जिन्न परन्तु इस बार लिखा पत्र ...

रिपोर्ट---रज़िया बानो खान



49 जानीमानी हस्तियों ने आज प्रधानमंत्री को खत लिखा है इनमें से ज़्यादा महानुभाव वही है जिन्होंने भाजपा की 2014 वाली सरकार में अपने अवार्ड इसलिए वापस कर दिए थे। क्योंकि उन्हें लगता था कि देश उन लोगों के लिए सुरक्षित नही रहा ये अलग बात है कि उनमें से कोई भी देश छोड़कर कहीं नही गया ,.... और अब अपनी दूसरी पारी में पीएम को सीधे खत भेज के अपना हाले दिल बयान किया है।खत लिखकर सभी ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर सवाल खड़े किए हैं। पीएम मोदी को लिखे खत में मणिरत्नम, अदूर गोपालकृष्णन, रामचंद्र गुहा, अनुराग कश्यप जैसी हस्तियों के हस्ताक्षर हैं। खत में लिखा गया है, की जिस तरह से हाल के दिनों में धार्मिक आधार पर ऐसी घटनाएं बढ़ी है उस पर क्या किया गया? पत्र में कहा गया है कि भगवान राम का नाम लेकर देश के अलग अलग हिस्सों मे रहने वाले एक समुदाय विशेष के लोगो को डराया जा रहा है। 


 







 

फिल्मकार श्याम बेनेगल, केतन मेहता, अनुराग कश्यप व मणिरत्नम, अभिनेत्री कोंकणा सेनशर्मा व अपर्णा सेन तथा इतिहासकार रामचंद्र गुहा सहित बहुत-सी जानी-मानी हस्तियों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कहा गया है, "प्रिय प्रधानमंत्री... मुस्लिमों, दलितों तथा अन्य अल्पसंख्यकों की लिंचिंग तुरंत रोकी जानी चाहिए। पत्र में 'जय श्रीराम' के नारे को उकसाने वाला बताया गया और कहा गया है कि इस नारे का इस्तेमाल लिंचिंग के लिए किया जा रहा है, राम का नाम देश के बहुसंख्यक समुदाय के लिए पवित्र है, देश के सर्वोच्च कार्यकारी होने के नाते प्रधानमंत्री राम के नाम के इस तरह के इस्तेमाल पर रोक लगाएं।