2022 के विधानसभा चुनाव में अगर कांग्रेस को अपना वज़ूद बचाना है तो प्रियंका गांधी को देनी होगी कमान...
रिपोर्ट---रज़िया बानो खान

 


कांग्रेस की डूबती नैय्या पार लगाने के लिए प्रियंका गांधी को पार्टी की कमान देनी होगी।जी हाँ वही प्रियंका गांधी जिनमे उनकी दादी स्वर्गीय इंदिरा गांधी की झलक ऐसी दिखाई देती है मानो वो खुद उनमे समाई हुई हों जैसा की उनके राजनीति के क्षेत्र में कार्य करने के बोल्ड अंदाज़ से साफ तौर से नज़र अत है।

 



 

प्रियंका गांधी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करती है वो कांग्रेस के कार्यकर्ताओ में ऐसा चेहरा बनकर उभरी है कि प्रियंका के नाम से ही कार्यकर्ता दुगने में उत्साह नज़र आता है।ये प्रियंका का ही तिलस्म था जो लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपनी माता जी को उनकी सीट दिलाई।आपको बता दे प्रियंका का चुनावी दौरो में उनका जन सम्पर्क और कार्यशैली आम लोगो को लुभाने में कारगर सिद्ध होती है।जनता को उनमे इंदिरा का विश्वास दिखाई देती हैं जिनकी मृत्यु के बाद भी लोग ये कहते नही थकते थे कि जब तक सूरज चांद रहेगा इंदिरा तेरा नाम रहेगा।अब प्रियंका भी कांग्रेस को उसी आवाज़ के वास्तविक स्वरूप देती नज़र आ रही हैं।

 


 

अब हाल ही के सोनभद्र नरसंहार के मामले पर प्रियंका के रुख को ही देख लीजिए उनकी पीड़ितों से मिलने की हठ देख कर अंदाज़ा लग ही गया होगा कि उन्हें को हल्के तौर में नही लिया जा सकता।क्योंकि प्रियंका में राजनीतिक सोच और कार्य करने का जुझारोपन बेमिसाल रूप में देखने को मिलता है।वो ये बखूबी जानती हैं कि जनता की नब्ज और कैसे उन्हें भरोसा दिलाना है कि कांग्रेस ही उनके लिए बेहतर उम्मीद जिस पर वो काम भी करती है,जो सत्ताधारी पार्टी समझ भी नही पाती।अब अगर कांग्रेस पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उनको देश व प्रदेश की कमान सौंप दे तो कोई आश्चर्य वाली बात नही होगी के आने वाले समय में पार्टी के लिए वर्तमान स्थिति से बेहतर ही होंगे और कांग्रेस 2022 के चुनाव में प्रदेश में अपने वज़ूद को बचने में कामयाब हो जाये।क्योंकि जो बात देश की जनता समझ रही है शायद वही कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भी समझ मे आ ही रही हो।