इस बार ये मंत्रालय सही हाथ मे आया है...
खास रिपोर्ट---रज़िया बानो खान

 


 

आम तौर पर यही होता है कि पुरुष कमाकर लाता है और ग्रहणी घर चलाती है पुरुष को इस बात का पता भी नही चल पाता कि बाज़ार का भाव क्या है पर गृहणी सब कुछ जानती है। वो अपने खर्च के लिए उतना पैसा अपने हाथ मे रख लेती जितना उसे एक महीने घर खर्च के लिए ज़रूरी होता है।कई बार जब महंगाई बढ़ी तो ये कहा गया सरकार ने किचेन का बजट बिगाड़ दिया। लेकिन इस बार सरकार ने जो संकेत दिया है उसे देख कर महिलाएं काफी प्रसन्न नज़र आ रही हैं।

 


 

आज हमने कुछ गृहणियों से इस बाबत बात की के इस बार किसी महिला को वित्त मंत्रालय मिला है तो इस पर आपकी क्या राय है। तो अधिकतर महिलाओ ने ये उम्मीद ज़ाहिर की इस बार जो बजट निर्मला सीतारमण जी पेश करेंगी उससे उनके किचेन का बजट नही बिगड़ेगा।सभी महिलाओं ने इस बात को लेकर प्रसन्नता ज़ाहिर करते हुए कहा कि वो खुद एक महिला है और इससे पहले उन्होंने रक्षा डिपार्टमेंट बखूबी सम्भाला तक। तो इस बार वो हम गृहणियों की रक्षा ज़रूर करेंगी और बजट में महिलाओं का विशेष ध्यान भी रखेंगी।आपको बता दें कि सीतारमण को खुद खाना बनाना भी पसंद है और उन्होंने अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर भी किया है। इस लिहाज से उनका बजट महिलाओं के लिए विशेष हितकारी होगा ऐसा कहा जा सकता है।

 


 

ज़ाहिर तौर पर निर्मला सीतारमण का जिस तरह का व्यक्तित्व दिखाई दिया है वो ये दर्शाने के लिए काफी है कि उन्हें सरकार द्वारा जो भी ज़िम्मेवारी दी जाएगी उसमे वो सफल ज़रूर होंगी,........और यही उम्मीद महिलाओ को है कि इस बार बजट से ज़रूर गृहणियों का बेड़ापार होगा।