बंगाल के लिए खतरा ममता का नाम के विपरीत रवैया.......???

खास रिपोर्ट---रज़िया बानो खान 

 



 

बंगाल की मुख्यमंत्री को ना जाने क्या हो गया है उनका व्यवहार एक जाति धर्म को लेकर क्यों बागी हो गया है और क्यों वो ओछी राजनीत पर उतारू हो गईं है।ये समझना काफी आसान से लगता है जैसा कि लोकसभा चुनाव के परिणाम ने बताया है कि अब ममता का पत्ता वहां से साफ होने वाला है।क्योंकि भाजपा ने वहां ना सिर्फ टीएमसी के वोट पर सेंध लगाई है बल्कि विधानसभा चुनाव में अपनी ठोस दावेदारी भी पेश कर दी है।यही वजह है कि ममता की ममता जनता के प्रति खत्म हो गई है और वो हिटलर वाला नियम चलाने पर आमादा हो गई हैं।

 


 

ममता बनर्जी जय श्री राम बोलने वाले को क्रिमनल बताती है और खुद रोड पर खड़े रहकर उनसे बवाल करती हैं,.......क्या किसी मुख्यमंत्री को ये बात शोभा देती है ये आप ही बताइए।खैर इसका जवाब तो वहां की जनता और भाजपा नेताओं ने उनको बाई पोस्ट दे ही दिया है अब मसला क्या हुआ बंगाल में बवाल का तो ये भी जानिए।अब दीदी ने कहा है कि जो बंग्ला बोलेगा वही बंगाल में रहेगा अरे ममता दीदी बंगाल भी भारत का है हम सब भारतीय हैं हिंदी हमारी मातृभाषा है।तो आप काहे बंगाल को भारत से अलग करने पर आमादा है दीदी हमारी मानिए तो जितना समय आपके कार्यकाल का बचा है उसमें बंगाल हित के लिए कोई काम करिये ताकि 2021 ना सही उसके बाद तो आप वहां की जनता से वोट मांग सकें क्योंकि पाकिस्तान भी ये सोच कर खुश हो रहा है कि भारत मे एक मिनी पाकिस्तान है जिसका नाम बंगाल है।

 


 

ममता दीदी आपको जब पीएम बुलाते हैं तो आप आती नही है देश से जुड़े किसी मसले पर पर कोई राय रखती नही।आपको बस बंगाल से मतलब है वो भी लोकतांत्रिक मूल्यों को ताक पर रख कर तो ऐसा कब तक चलेगा,......ये आप खुद बेहतर समझ सकती हैं।आपके बंगाल में इतना संकट है पर आपको नये-नये फरमान सुनाने में जुटी हैं वो भी ऐसे जिसका ना सर है ना पैर और तो और उनसे सीधे उठते है आप पर ही सवाल......!!!!!!