महिला सशक्तिकरण का सबसे बड़ा उदाहरण - पिंक बस सेवा


लखनऊ | मुख्यमंत्री ने यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 22.50 करोड़ रुपए की लागत से 'निर्भया योजना के तहत पिंक बस सेवा का शुभारम्भ किया। इसके अलावा, उन्होंने लगभग 131 करोड़ रुपए की लागत से 37 बस स्टेशनों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने 40 इण्टरसेप्टर वाहन, 10 जनरथ वातानुकूलित बस सेवा एवं 04 वातानुकूलित स्लीपर बस सेवा का फ्लैग ऑफ किया।


इस अवसर पर उन्होंने प्रदूषण प्रमाण-पत्रों का ऑनलाइन सत्यापन, की ऑनलाइन नीलामी व वाहनों की ऑनलाइन फिटनेस ऑनलाइन सेवाओं का भी शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। इसके दृष्टिगत इन पिंक बसों में परिचालक महिलाओं को नियुक्त किया गया है, जो महिला सशक्तिकरण का सबसे बड़ा उदाहरण है।


उन्होंने बताया कि पूर्णतया वातानुकूलित इन बसों में सुरक्षा की दृष्टि से कैमरे और ट्रैकिंग के लिए जी0पी0एस0 भी लगाए गए। इसके अलावा, आपात स्थिति उत्पन्न होने पर इसमें पैनिक बटन की भी व्यवस्था है। इन बसों में यात्रा हेतु अग्रिम आरक्षण की व्यवस्था उपलब्ध है। इन बसों में यात्रा करने वाली महिला के साथ पुरुष सहयात्री को यात्रा अनुमन्य है।


परिवहन विभाग उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण धुरी है। उन्होंने कहा कि एक सामान्य नागरिक सुरक्षित और समयबद्ध यात्रा परिवहन विभाग की वजह से कर पा रहा है। उन्होंने कहा कि कुम्भ मेले में परिवहन विभाग ने सेवा का मापदण्ड स्थापित किया है। परिवहन विभाग की 5500 बसें प्रयागराज कुम्भ-2019 में कार्यरत थीं, जिसमें 500 शटल बसें पार्किंग से मेला क्षेत्र के लिए लगाई गई थीं। उन्होंने कहा कि इस आयोजन को दिव्य और भव्य बनाने के लिए परिवहन विभाग ने नींव की तरह काम किया है।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड और जम्मू-कश्मीर जैसे अन्य राज्यों से भी परिवहन विभाग ने समझौता किया है, जिससे अब प्रदेश में ही नहीं, बल्कि देश के अन्य राज्यों के लिए भी परिवहन सेवा आसान हुई है। पिछले दो साल से रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों के लिए निःशुल्क आने-जाने की व्यवस्था की गई है।


उन्होंने कहा कि जनसरोकार से जुड़े लोगों का जनविश्वास अर्जित करना उनकी सबसे बड़ी पूंजी है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि प्रदेश के लगभग सभी गांवों तक बसें पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में 17 हजार से अधिक गांव को परिवहन सेवा से जोड़ा गया है। परिवहन राज्यमंत्री ने परिवहन विभाग के चालकों और परिचालकों का अभिनंदन करते हुए कहा कि इन्होंने मित्रवत व्यवहार ने परिवहन विभाग को ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि दिव्य और भव्य कुम्भ के कारण परिवहन विभाग का नाम हुआ है।


इस अवसर पर समाज कल्याण राज्यमंत्री गुलाबी देवी एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रजा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव परिवहन  आराधना शुक्ला, परिवहन आयुक्त एवं प्रबन्ध निदेशक यू0पी0एस0आर0टी0सी0 धीरज साहू तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।